हमारी आंख सब कुछ देखती ,, चुप रह जाती है कैमरे की आंख ….. आदमी के दोगलेपन पर तीखा प्रहार ” कुछ तो बोलो हे धर्मराज/कैसे मौन खड़े हो तुम,”
************** मनेन्द्रगढ़/लोकसंचेतना फाउंडेशन की मनेन्द्रगढ़ इकाई के द्वारा गंगा प्रसाद मिश्र के निवास पर कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया वरिष्ठ साहित्यकार व्यंगकारो ने वर्तमान युग में मनुष्य के साथ…