![](https://www.news7x24.com/wp-content/uploads/2023/01/Screenshot_2023_0123_225100.png)
![](https://www.news7x24.com/wp-content/uploads/2023/01/Screenshot_2023_0123_225100.png)
चिरमिरी नगर में साफ-सफाई की लचर व्यवस्था पर कलेक्टर ने जताई नाराजगी
चिरमिरी नगर निगम आयुक्त और स्वच्छता प्रभारी को दिया नोटिस
दो दिवस में साफ-सफाई की व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त करने के निर्देश
एसडीएम और तहसीलदार को नगर निगम क्षेत्र का भ्रमण कर साफ-सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त बनाने और इसकी साप्ताहिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के दिए निर्देश ।
जिम्मेदार अधिकारियों के विरूद्ध लोकहित में कठोर कार्रवाई की चेतावनी
चिरमिरी एम सी बी -कलेक्टर पी.एस. ध्रुव ने रविवार की सुबह आकस्मिक चिरमिरी नगर के विभिन्न वार्डों का दौरा कर साफ-सफाई तथा राहगीरों के लिए चौक-चौराहों, बस स्टैण्ड में अलाव की व्यवस्था का जायजा लिया। नगर निगम चिरमिरी के हल्दीबाड़ी क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 12 से लेकर 17 तक के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने मार्गों के किनारे जगह-जगह व्याप्त गंदगी और कचरे का ढेर पाए जाने पर गहरी नाराजगी जताई। कलेक्टर ने नगर की साफ-सफाई की व्यवस्था में लापरवाही बरतने के लिए आयुक्त नगर निगम विजेन्द्र सिंह और स्वच्छता प्रभारी को कड़ी फटकार लगाते हुए उन्हें नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
गौरतलब है कि कलेक्टर श्री ध्रुव द्वारा इससे पूर्व निरीक्षण के दौरान नगर पालिक निगम चिरमिरी के अधिकारियों को साफ-सफाई की व्यवस्था, कचरों का निष्पादन, गंदे पानी की निकासी सहित अन्य खामियों को दूर करने के निर्देश दिए गए थे। हल्दीबाड़ी शनिचरी बाजार स्थित सुलभ शौचालय के निरीक्षण के दौरान वहां व्याप्त गंदगी, जर्जर सैप्टिक टैंक, पानी की टंकी में काई का जमाव देखकर कलेक्टर ने गहरी नाराजगी जताई और जिम्मेदार अधिकारियों को दो दिन के भीतर व्यवस्था को दुरूस्त करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने शनिचरी बाजार स्थित मांस, मटन, मछली की दुकानों को मुख्य मार्ग से हटाकर स्लाटर हाउस में शिफ्ट करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने चिरमिरी नगर में साफ-सफाई के मामले में नगरीय निकाय के अधिकारियों की लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम और तहसीलदार को नगर निगम क्षेत्र का भ्रमण कर साफ-सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त बनाने और इसकी साप्ताहिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने चिरमिरी नगर में साफ-सफाई का अभाव, सेप्टिक टैंक खुला रहने तथा उससे पानी का रिसाव और गंदगी के कारण आम लोगों के जीवन पर इसका विपरीत असर व बीमारी फैलने की आशंका को देखते हुए जिम्मेदार अधिकारियों के विरूद्ध लोकहित में कठोर कार्रवाई किए जाने की भी चेतावनी दी है।