रायपुर । प्रदेश की साय सरकार अब बड़े फैसले लेने की तैयारी में है। नए डीजीपी के चयन की सरगर्मी काफी समय से चल रही है। आईपीएस स्वागत दास के डीजीपी बनने की चर्चा जोरों पर है। कैडर मिलने के बाद भी कभी पोस्टिंग नहीं लेने वाले दास इसी आस पर बैठे हुए थे। अब सरकार कुछ चुनिंदा नामों पर मंथन कर रही है। पर सूत्रों की सुनें, तो छत्तीसगढ़ के नए कप्तान का रुतबा हासिल करने की रेस में सबसे आगे अब अरुण देव गौतम का नाम लगभग तय माना जा रहा है।अरुण देव गौतम डीजीपी की कुर्सी के तगड़े दावेदार माने जा रहे हैं।

आईपीएस स्‍वागत दास छत्‍तीसगढ़ कैडर के 1987 बैच के अधिकारी हैं। वे अविभाजित मध्‍य प्रदेश के दौर में ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए थे। छत्‍तीसगढ़ राज्‍य बनने के बाद उन्‍हें छत्‍तीसगढ़ कैडर मिला, लेकिन वे कभी छत्‍तीसगढ़ नहीं आए। दास अविभाजित मध्‍य प्रदेश में शिवपुरी जिला के एसपी रहे हैं। केंद्रीय खुफिया एजेंसी आईबी में लंबे समय तक पदस्‍थ रहे आईपीएस दास को 23 जून 2022 को गृह मंत्रालय में विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा) नियुक्त किया गया।

प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही उनके छत्तीसगढ़ वापसी और डीजीपी पद संभालने की चर्चा की जा रही थी। सूत्रों की मानें तो आईपीएस स्वागत दास छत्तीसगढ़ आए भी और सरकार के साथ उनकी भेंट-मुलाकात भी हुई लेकिन बंद कमरे में की गई चर्चा अब एक राज बनकर रह गई है। खैर बात आई गई हो है और अब डिपार्टमेंट के गलियारों में उड़ रही हवा का रुख अरुण देव गौतम की चर्चा चल रही है।

सूत्रों की माने तो जल्द ही उनकी डीजीपी के पद ताजपोशी भी हो सकती है। सरकार के सबसे पसंदीदा अधिकारी राजेश मिश्रा हैं, लेकिन आज वे रिटायर हो रहे हैं। ऐसे में उन्हें डीजीपी तो बनाया नहीं जा सकता। सो अब एक बार फिर डीजीपी के लिए एक बार फिर चर्चा का दौर शुरू हो गया है। इनमें अब डीजीपी के नाम में अरुण देव गौतम का सबसे आगे है।छत्तीसगढ़ के बेहतरीन अफसरों में अरुण देव गौतम का नाम लिया जाता है।

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