मनेन्द्रगढ़/जिला मुख्यालय बनने के बाद शहर में आए दिन महिलाओं का किसी न किसी कार्य को लेकर आवागमन बना रहता है जिससे महिलाओं को शौच क्रिया के लिए काफी शर्मिन्दा होना पड़ता है। ऐसी स्थिति में शहर में एक भी महिला शौचालय नहीं है और जो भी हैं वो प्रयोग लायक नहीं है। वहीं दूसरी ओर मुख्यालय में स्थित सरकारी चिकित्सालय में एक भी महिला चिकित्सक के ना होने से कई महिलाएं खुलकर अपनी समस्याएं चिकित्सक को नहीं बता पाती हैं,जिस कारण से गर्भवती महिलाओं व अन्य महिलाओं का बेहतर इलाज नहीं हो पाता, नतीजा ऐसी परिस्थितियों में महिलाओं व जच्चा-बच्चा दोनों की जान को खतरा बना रहता है, शहर में व्याप्त ऐसी व्यवस्थाओं को सही करने के प्रयोजन से प्रबल स्त्री फाऊंडेशन के द्वारा कलेक्टर नरेंद्र दुग्गा से मुलाकात कर ज्ञापन पत्र सौंपा गया है। संस्था की अध्यक्ष डॉ रश्मि सोनकर का कहना है कि चूंकि शहर आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है और बेहतर इलाज एंव महिला चिकित्सक ना होने की वजह से ग्रामीणों को मजबूरन निजी अस्पताल का सहारा लेना पड़ता है। संस्था के सदस्यों ने कलेक्टर से मुलाकात कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनेन्द्रगढ़ में तत्काल स्त्री रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति एवं मनेन्द्रगढ़ नगर में शहर के अंदर महिला शौचालय (पिंक टॉयलेट) की व्यवस्था कराने की मांग की है।


डॉ रश्मि सोनकर ने बताया इसके पहले भी स्त्री रोग विशेषज्ञ व पिंक टॉयलेट के लिए प्रबल स्त्री फाऊंडेशन ने पहले भी प्रदर्शन करके शासन प्रसाशन का ध्यानाकर्षण कराने की कोशिश की है पर इस गंभीर विषय पर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया दिखाई नही दी
आज ज्ञापन सौंपने की लिए फाऊंडेशन की पुरा टीम डॉ रश्मि सोनकर, प्रतिमा प्रसाद, ज्योति मांझी, पूजा पटेल, नीलम सोनी, आयशा अजीमा, अर्चना विश्वकर्मा, शकुंतला सिंह, शीला सिंह, ममता नामदेव उपस्थित रही

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