मनेन्द्रगढ़ संविदा कर्मचारी नियमितीकरण की मांग को लेकर 3 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है संविदा कर्मचारियों पर एस्मा लगाने की चेतावनी देकर काम पर लौटने के आदेश के विरोध में जिले के करीब 184 कर्मचारियों ने शुक्रवार को सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। छत्तीसगढ़ के समस्त संविदा कर्मचारी निरंतर 15-20 वर्षो से कार्य करने के उपरांत अचानक नौकरी से निकाले जाने का भय एवं पारिवारिक सुरक्षा नही मिलने के कारण नियमितीकरण की मांग कर रहे है, जिससे स्थायीकरण, वरिष्ठता का लाभ, वेतन, ग्रेच्युटी, क्रमोन्नति, पदोन्नति, सामाजिक सुरक्षा, अनुकम्पा नियुक्ति एवं बुढ़ापे का साहारा पेंशन, अवकाश जैसे आदि अनिवार्य रूप से मूलभूत सुविधाएँ नही मिल पा रही है !

विषम परिस्थितियों एवं कोरोना काल में भी बिना किसी ठोस बीमा सुरक्षा, अनुकम्पा नियुक्ति, अल्प वेतन एवं भत्ते में अपनी सेवाएँ देते आ रहें है। बहुत से संविदा कर्मचारी कालकलवीत होने के उपरांत सेवा के प्रतिफल में उनके परिजनों को कुछ भी नही मिला ।

उक्त उपेक्षा पूर्ण व्यवहार से समस्त विभाग के संविदा कर्मचारी भविष्य को ध्यान में रखते हुए अपनी रोजी-रोटी को बचाने के लिए आवेदन, निवेदन उपरांत विवश होकर दिनांक 03 जुलाई 2023 से मजबूरीवश अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है

संविदा कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया है और कहा कि सत्ता में आने से पहले संविदा कर्मचारियों को नियमित करने का वादा इस सरकार किया था अब उनकी मांग को नही सुना जा रहा है तीन महीने बाद आचार सहिंता लग जाएगी इनके हाथ बंध जाएंगे सरकार हमे अगले साल नियमित करने की बात कह रही है कार्रवाई करने की चेतावनी देकर हड़ताल खत्म करवाने की कोशिश में जुटी है। इसे लेकर संविदा कर्मचारियों में आक्रोश है। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को संयुक्त रूप से इस्तीफा को सौंप दिया है।

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