नगर निगम चिरमिरी एक बार फिर सुर्खियों में है जिले के इकलौते निगम में भ्रस्टाचार का एक मामला सामने आया है। चिरमिरी नगर निगम में स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए दीवारों पर की गई वॉल पेंटिंग के नाम पर भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व महापौर व जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष के डोमरू रेड्डी ने कलेक्टर एम सी बी पी एस ध्रुव को ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही की मांग की है। शिकायत में बताया गया है कि एक ही काम का तीन बार भुगतान निकाला गया है

के डमरू रेड्डी ने बताया है कलेक्टर पी एस ध्रुव को सीडी व ज्ञापन सौंपकर शिकायत की है। जिसमे 2020 में कराई गई वाल राइटिंग को 2021-2022 की वाल राइटिंग दिखाकर लाखो के भुगतान निकाल लिए गये। ,,,पालिक निगम में आपसी साँठ-गाँठ और मिली भगत से चल रहे खुले भ्रष्टाचार वाले उपरोक्तानुसार एक मामले को लेकर मैं पूर्ण सबूत (फोटोग्राफ्स एवं विडियो सीडी) सहित आपका ध्यानाकर्षण कराना चाहता हूँ कि निगम कार्यालय परिषर के दीवारों और नीलम सरोवर के पानी टंकी तथा बाहर पार्किंग स्थल के दीवारों सहित सभाकक्ष और राजस्व शाखा के दीवारों में “स्वच्छ भारत अभियान” के आड़ में अधिकारियों के द्वारा पिछले वित्तीय वर्ष 2021 में कराये गए, वाल पेन्टिंग्स के उपर बड़े सफाई के साथ मात्र 21 को मिटा कर, उसे 22 कर पूरे पेन्टिंग के बिल का भुगतान किया गया है।

कार्यालय में बहुत से ऐसे ही साँठ-गाँठ पूर्ण भ्रष्टाचार की चर्चाएँ जनचर्चा में तैर रहे हैं। यह भी ज्ञातव्य हो कि इन पेटिंग्स में से कुछ में तो 2020 के 0 को मिटाकर, 1 लिखकर 2021 बनाया गया है और बाद में उन्ही 2021 के 1 को मिटाकर, 2 जोड़ते हुए 2022 कर, एक अजीब और योजनाबध्द तरीके से लगातार तीन वित्तीय वर्षों 2020, फिर 2021 और अब 2022 में बिल निकालकर, बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है, जिसके सबूत संलग्न हैं। चिरमिरी नगर निगम के अधिकारियों के ऐसे नए 14/10/22 नए कारनामों से हमारे पार्टी की छवि पर काफी विपरित प्रभाव पड़ रहा है। इसलिए इसकी जाँच आवश्यक है, जिससे कि सही स्थिति सामने आ सके।

अतः खुले भ्रष्टाचार का दुःसाहस वाले इस संवेदनशील मामले में, मेरा आपसे विनम्र अनुरोध है कि कृपया संलग्न सबूतों के मद्देनजर त्वरित हस्तक्षेप कर सम्बंधित भ्रष्ट अधिकारियों पर दण्डात्मक कार्यवाही करने के साथ ही साथ, चिरमिरी नगर निगम में चल रहे गोलमोल भुगतानों का सोशल आडिट कराने का भी कष्ट करें।

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