मारुती इको कार के साइलेसर चोरी करने वाले अंर्तराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश।    

  राकेश मेघानी की कलम से

कोरिया जिले में विगत कुछ माह से मारूती इको कार के साइलेंसर चोरी की घटना लगातार बढ रही थी जिसे पकड़ने के लिए पुलिस महानिरीक्षक, सरगुजा रेंज अजय कुमार यादव द्वारा निर्देश दिया गया था, जिस पर पुलिस अधीक्षक, कोरिया त्रिलोक बंसल द्वारा कार्ययोजना तैयार कर सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया ,

थाना मनेन्द्रगढ़ में एक ही रात में चार इको कार के साइलेंसर चोरी करने की सूचना प्राप्त हुई। पुलिस अधीक्षक, कोरिया श्री त्रिलोक बंसल की कार्ययोजना अनुसार तुरन्त ही मनेन्द्रगढ़ से सभी दिशाओं में टीम रवाना की गई। रात्रि एक टीम द्वारा सिद्ध बाबा घाट के नीचे तीन व्यक्ति बैठे मिले जिन्हें थाना तलब कर पुछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम नीरल किन्ही, अंजीत खाखा, आशीष किन्डो बताया। उनके पास बैग की तालाशी लेने पर उनके बैग में 04 नग मारुती इको कार का साइलेंसर का टुकड़ा मिला, विस्तृत पूछताछ करने पर उन्होने सब्जी मंडी, मौहारपारा, चनवारीडांड से कुल 04 नग साइलेंसर काट कर चोरी करना कबूला तथा उसमें से 02 नग साइलेंसर को सिद्ध बाबा घाटी मे छुपाना बताया, जिसे आरोपीयों की निशानदेही पर बरामद कर कब्जा पुलिस लिया गया। 

अंबिकापुर, सूरजपुर, बलरामपुर में भी अपने साथीयों के साथ 76 गाडीयों के साइलेंसर किये थे चोरी

पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल द्वारा एसडीओपी मनेन्द्रगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर पूछताछ की गई, पूछताछ दौरान आरोपियो ने बताया कि उन्होनें  अंबिकापुर, सूरजपुर, बलरामपुर में भी अपने साथीयों के साथ 76 गाडीयों के साइलेंसर चोरी करने की बात कबूल की है, यह इसे एक निर्धारित तरीके से रायगढ़ भेजने की बता बताई।

कैसे करते थे चोरी
अपराधियों की कार्ययोजना…..

आरोपी निरल, आशीष, अंजीत, थामस, प्रकाश, एवं 04 अन्य साथी सभी अम्बिकापुर मे रह कर मजदूरी का काम करते थे, आरोपी प्रकाश एवं अन्य 02 किसी काम से रायपुर गये, वहां उन्होने मारुती एको गाडी के साइलेंसर के बारे में जानकारी प्राप्त की, उन्हें पता लगा कि उपरोक्त साइलेंसर में कुछ कीमति पदार्थ (प्लेटिनियम, पैलेडियम और रेडियम का इस्ट) होता है जो काफी महंगा बिकता है, उन्होंने चोरी के पूर्व रायगढ़ के कबाडी से संपर्क किया और प्रति साइलेंसर 4,000 की दर से सौदा तय किया। चूंकि आरोपी सरगुजा संभाग के सूरजपुर, अम्बिकापुर, बलरामपुर जिलों के निवासी थे, अतः सभी को संपूर्ण क्षेत्र की अच्छी जानकारी थी। निरल, अंजीत, थामस, आशीष एवं अन्य का काम रैकी करना व साइलेंसर चोरी करना था, सभी दोपहर में जिन स्थानों में चोरी करना होता था, पहुंच जाते थे, करीबन 8.00 से 11.00 बजे तक रैकी का काम करते थे, उसके बाद देर रात्रि साइलेंसर चोरी कर सुनसान स्थानों पर साइलेंसर के टुकडे कर कीमति धातु को काट कर बैग में भर कर अम्बिकापुर पहुंचते थे, और वहां प्रकाश के रूम में पहुंचते थे फिर साइलेंसर के टुकडो को पार्सल बनाकर बस के माध्यम से रायगढ़ भेजते थे जहां रायगड में स्थित इनके साथी पार्सल रिसिव करते थे, जहां से पार्सल आगे जाता था।

कुल 66 प्रकरण में अपराध पंजीबद्ध होने की जानकारी

अभी तक पूरे संभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार कोरिया जिले मे 10, बलरामपुर जिले में 19, सरगुजा जिले में 08, सूरजपुर जिले में 12 एवं बिलासपुर जिले में 17 सहित कुल 66 प्रकरण में अपराध पंजीबद्ध होने की जानकारी प्राप्त हुई है। अन्य चोरी के मामलो मे रिपोर्ट की जानकारी नहीं है, गैंग बड़े स्तर का है, ग्रामीण इलाको मे भी चोरी करने की बात सामने आई है, चूंकि गैंग के चोरी का दायरा बडा था, इसलिए अन्य • जगहों में रिपोर्ट नहीं हुई होंगी, पकडे गये आरोपियों के आलावा अन्य आरोपीयों की गिरफ्तारी के लिए भी टीमें रवाना की गई है।

पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज अजय कुमार यादव ने पुलिस टीम को ₹25000 नगद पुरस्कार देने की घोषणा

कमलाकांत शुक्ला थाना प्रभारी चिरमिरी, सचिन सिंह थाना प्रभारी मनेन्द्रगढ़, सहायक उप निरीक्षक आर०एन० गुप्ता, प्रधान आरक्षक इस्तेवाक खान, आरक्षक जितेन्द्र ठाकुर, प्रमोद यादव, राकेश शर्मा, शस्नू यादव, हाफिज कुरैशी, सोनल पाण्डेय, विनित सोनी, ओमप्रकाश सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

Spread the love