अख्तर जावेद उस्मानी, हिंद मजदूर सभा  ने पूर्व में हुए राष्ट्रीय कोयला वेतन समझौता के आंकड़ों के जरिए यह बताया है कि राष्ट्रीय वेतन समझौता से कोल इंडिया को कभी घाटा नहीं होता है।

राकेश मेघानी की कलम से

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