जंगलों में सुरक्षा के लिए वनकर्मियों के माध्यम से आग बुझाने ,लकड़ी चोरी के लिए सुरक्षा गार्ड के रूप में तैनात रहते है जो वनकर्मियों के हड़ताल पर जाने से व्यवस्था बिगड़ी

राकेश मेघानी की कलम से

कोरिया  21 मार्च 2022 से मनेंद्रगढ़ और बैकुंठपुर वनमण्डल समेत  छत्तीसगढ़ में अपनी 12 मांगों को लेकर वन कर्मचारी हड़ताल पर हैं। बीते कुछ दिनों से वन विभाग में पदस्थ डिप्टी रेंजर से लेकर मैदानी स्तर के कर्मचारी पूरे प्रदेश में हड़ताल पर जाने से जंगल की सुरक्षा व्यवस्था बिगड़ गई हैं, और जंगल को देखने वाला कोई नहीं है। हर साल गर्मी के मौसम में जंगलों में आग लगती है और इससे बचाव के लिए पूरा वन अमला लग जाता है, लेकिन इस बार स्थिति कुछ अलग है, वन विभाग का पूरा मैदानी अमला ऐसे  संकट के समय पर हड़ताल पर है और जंगलों में आग की संख्या बढ़ रही है। वनकर्मियों की हड़ताल पर जाने से लकड़ी चोर सक्रिय हो गए है जंगल में लकड़ी चोरी बढ़ गई है। अवैध रूप से पेंड़ों की कटाई की जा रही है। जंगल को उजाड़ने वालों को रोकने के लिए विभाग के पास स्टाफ नहीं है। वन परिक्षेत्र अधिकारी और अनुविभागीय अधिकारी दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों के सहारे जंगलों की निगरानी कर रहे है, इसके बाद भी लकड़ी चोरी में अंकुश नहीं लग रहा है

छत्तीसगढ वन कर्मचारी संघ कोरिया के जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जी ने संगठन का साथ न देने  जिसमें हड़ताल में शामिल न होने पर प्रभारी रेंजरों से मांगा जवाब।

कोरिया कर्मचारियों ने 21/03/2022 को प्रेमाबाग पंडाल में कोरिया में पदस्थ प्रभारी रेंजरों के प्रति पारित किया निंदा प्रस्ताव। और प्रभारियों को हटाकर फुल रेंजरों को पदस्थत करने की गई मांग। अब देखना है प्रभारी रेंजर कारण बताओ पत्र का जवाब देकर संगठन के साथ आते हैं याँ रेंज के लालच में  कोरिया वन कर्मचारियों से अलग होते हैं। वन कर्मचारियों का कहना है कि प्रभारी रेंजरों ने व्यापार बना दिया है और कर्मचारियों को मानसिक प्रताड़ित करना शुरू कर दिया है।
वनकर्मचारियों ने बताया कि संघ की ओर से पहली बार ऐसी कार्यवाही की गई है।

छत्तीसगढ वन कर्मचारी संघ कोरिया जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह, जिला सचिव तरूण रजक, जिला उपाध्यक्ष रामसाय राजवाड़े, सुजीत लहरे, बालमिक तिवारी, सुनील खलखो, एवम अन्य जिला तथा तहसील पदाधिकारियों के नेतृत्व में प्रांतीय आह्वान पर 12 सूत्रीय मांगों के समर्थन में अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए हैं। रायपुर से जैसे जैसे निर्देश जारी होंगे आंदोलन उग्र होता जायेगा।

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