हमारे पास सब कुछ है तब भी हम पूर्ण नही अगर हमारे बुजुर्ग हमारे पास नही

राकेश मेघानी की कलम से

हम रिश्तों में सब बना सकते है लेकिन अपने बड़े और बुजुर्ग नहीं। हम उन्हें अलग कर संस्कार ,समाज,से अलग हो जाते हैं जिस परिवार में बड़े बुजुर्गों का सम्मान नहीं होता उस परिवार में सुख, संतुष्टि और स्वाभिमान नहीं होता। हमारे बड़े बुज़ुर्ग हमारा सम्मान ,स्वाभिमान एक  बड़ा सहारा हैं,जिससे इस जीवन की शुरुआत से लेकर हर छोटी बड़ी विपत्ति का सामना करते है ये हमारे बचपन से लेकर होश संभालने तक हर ख़ुर्शी देने का सम्भव प्रयास करते है बुजुर्ग हमारी धरोहर हैं। उन्हें सम्भालने – सहेजने की जरूरत है। यदि हम परिवार में स्थायी सुख, शांति और समृध्दि चाहते हैं तो परिवार में बुजुर्गों का सम्मान करें।

मनेन्द्रगढ़-बहुत से बुजुर्गों को परिवार या तो छोड़ देता है या उनके पास परिवार ही नहीं होता ऐसे ही बुजुर्गों के लिए लायंस क्लब मनेन्द्रगढ़ अपनी सेवाएं देने के लिए तत्पर है.


इसकी जानकारी देते हुए वृद्धाश्रम कमेटी के चेयरमैन लायन शैलेश जैन ने कहा कि हम बुजुर्गों को सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहे हैं निराश्रित बुजुर्ग हमसे इस नंबर( 7000485375)पर संपर्क कर सकते हैं
स्मरणीय है कि विगत दिनों डा नियोगी के क्लीनिक के पास लायंस क्लब ने वृद्धाश्रम की शुरुआत की है.

इस अवसर पर अध्यक्ष लायंस क्लब नरोत्तम शर्मा, कौशल अरोरा, सुंदरलाल दुग्गड, रितेश जैन, डा.एस.के.आचार्य,अशोक जायसवाल, कैलाश खेड़िया,राजेश गोयल,कृष्णकांत ताम्रकार, जितेश चावड़ा,मुकेश अग्रवाल, डा.सी.पी.करन,डा.के.पी.पटेल उपस्थित रहे

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