उपार्जन केंद्रों में बेमौसम बारिश से सुरक्षित धान, नोडल अधिकारी ने सौंपी रिपोर्ट
कलेक्टर धावड़े के निर्देश पर बारिश से पूर्व तारपोलिन और कैप कवर से ढंककर किया गया सुरक्षित
जिले में अब तक 15 हज़ार से ज्यादा किसानों से 6 लाख 30 हज़ार क्विंटल हुई धान खरीदी

राकेश मेघानी की कलम से

कोरिया  प्रदेश में 1 दिसंबर से धान खरीदी शुरू हो चुकी है। उपार्जन केंद्रों में किसानों की सहूलियत के समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित करते हुए धान खरीदी जारी है। मौसम विभाग द्वारा सरगुजा संभाग में बारिश के अनुमान के आधार पर कलेक्टर श्याम धावड़े के द्वारा उपार्जन केंद्रों में स्टैक किये गए धान को बारिश से भीगने से सुरक्षित करने के निर्देश दिए गए थे। जिसके परिपालन में सभी समितियों में तारपोलिन और कैप कवर से स्टैक किये धान को पूरी तरह ढंक कर सुरक्षित किया गया। कलेक्टर श्री धावड़े ने प्राथमिकता से संज्ञान में लेते हुए सभी उपार्जन केंद्रों में धान को सुरक्षित रखने और बेमौसम वर्षा से क्षति के संबंध में नोडल अधिकारी से फोटो सहित रिपोर्ट भी ली है।
नोडल अधिकारी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक ने बताया कि कोरिया जिले में 30 सेवा सहकारी समितियां हैं जिनके अंतर्गत 41 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में धान खरीदी की जा रही है। उन्होंने बताया कि गत दिवस और आज हुई बेमौसम वर्षा से धान को कोई नुकसान या क्षति नहीं हुई है। सभी उपार्जन केंद्रों में धान को पूरी तरह से तारपोलिन और कैप कवर से सुरक्षित ढंक कर रखा गया है।
जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2021.22 हेतु समर्थन मूल्य पर धान ख़रीदी सतत जारी है। 1 दिसम्बर से जारी धान खरीदी में जिले के 41 उपार्जन केन्द्रों में  सुचारू रूप से किसानों से धान ख़रीदी की जा रही है। लघु एवं सीमांत किसानों को धान बेचने में प्राथमिकता दी जा रही है। कलेक्टर श्री धावड़े के मार्गदर्शन में जिले में अब तक 15 हजार 417 किसानों से 6 लाख 30 हजार 690 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। जिसमें अभी तक 1 लाख 87 हजार 614 क्विंटल धान का मिलर द्वारा उठाव कर लिया गया है।
कलेक्टर श्री धावड़े के निर्देश पर जिले में लघु-सीमांत एवं बड़े किसानों से 80:20 के अनुपात में खरीदी की जा रही है। छोटे किसानों से एकमुश्त धान खरीदी से उन्हें सुविधा हुई है। जिले में अब तक 12 हजार 367 लघु सीमांत कृषकों का धान खरीदी की गई है और 3 हज़ार 49 बड़े किसानों से धान खरीदी किया गया है। किसानों द्वारा धान खरीदी में बारदाने में भी सहयोग प्रदान किया जा रहा है। धान खरीदी की अब तक की अवधि में 2 लाख 10 हज़ार 323 बारदाने किसानों ने अपनी सहमति से प्रदान किए है।

Spread the love